कहा जाता है भागवत गीता सिर्फ हिन्दू धर्म के लिए नहीं बल्कि समस्त मानव जाती के कल्याण के लिए है । इस धरती के हर इंसान को पढ़ना और समझना चाहिए ताकि वो अपना जिंदगी के सुख और सफलता को पा सके भागवत गीता मे कुल 18 अध्याय है, जिसमे कुल 700 स्लोक है, जो सभी के लिए पढ़ पाना थोड़ा मुस्किल है इस लिए हम '108 bhagvad gita quotes in hindi' जिसे हम सभी को भागवत गीता के 108 विचार को जानना चाहिए ।
'bhagvad gita quotes in hindi' : भागवत कि 108 विचार
(1)हर इंसान को कर्म मे विश्वास करना चाहिए,क्योंकि ये जगत ही कर्म लोक है । कर्म आपके हाथ में है ,
परिणाम नहीं, इसलिए कर्म पर ध्यान लगाएं ।
यानि की सिर्फ काम पर ध्यान लगाए और मेहनत करे ।
(2) भगवान श्री कृष्ण कहते है,कि हर वक्त अपनी कामनाओ और इच्छा में डूबे रहनाही इंसान के सभी दु:खों का करण है ।अगर वो इससे मुक्त होकर अपना कर्तव्य निभाए,तो हो उसका जीवन खुशहल होगा ।(3)बिश्वास रखे कि तुम्हारे साथ जो हुआ है वहअच्छा हुआ है , जो हो रहा है वो भी अच्छा ही हो रहा है,और जो होगा वो भी अच्छा ही होगा है ।(4)जीवन का आनंद ना तो बीते हुए कलमें हे, और ना ही भविष्य में, जीवन काआनंद तो आज को जीने में है, बल्किअभी जीने में है । कि अभी आप कैसेजी रहे है ।(5)यदि कोई इंसान जो चाहता हैउसे विश्वास के साथ करता है,तो वह जो चाहे बन सकता है ।(6)मैं प्रत्येक जीव के ह्रदय में आसीन हूँ और मुझे से ही स्मृति,ज्ञान तथा विस्मृति होती है । मैं ही वेदों के द्वारा जानने योग्य हूँ ।नि :संदेह मैं वेदान्त का संकलनकर्ता तथा समस्त वेदों कोजाननेवाला हूँ ।(7) श्री कृष्ण कहते है कि सदैव मेरा चिंतन करो, मेरे भक्त बनो,मेरी पूजा करो और मुझे नमस्कार करो ।इस प्रकार तुम निश्चित रूप से मेरे पास आओगे, मैं तुम्हें वचन देता हूँ,क्योंकि तुम मेरे परम प्रिय मित्र हो।(8) श्री कृष्ण कहते है कि मृत्यु के समय जीव द्वारा विकसित कीगई चेतना उसे दूसरे शरीर में ले जाती है ।यदि जीव ने अपनी चेतना पशु जैसी बना रखी है,तो उसे पशु शरीर प्राप्त होना निश्चित है(9) श्री कृष्ण कहते है किखुस रन है तोजिंदगी का फैसले अपनी परिस्थितियों को देखा कर लेदुनिया को देखकर जो फैसले लेते है, वह दुखी ही रहते है(10 ) श्री कृष्ण कहते है कि कोई कुछ भी कहे बस आंपने आप को संत रखेक्योंकि सूरज कि किरने कितने भी तेज क्यों नाहो समुद्र सूखा नहीं करते ।
'krishna bhagvad gita quotes in hindi'(11) मन अंधा होता है, इसके पास कोई ज्ञान नहीं होतामन कुछ नहीं जानता ना सही और ना ही गलतऔर ना ही सही मार्ग दर्शन करता है इसलिए आप अंधे मनकि बाते मानकर जरूरी कामों को टालना बंद करेआप हमेशा अपनी बुद्धि से काम लीजिए मन से नहींक्योंकि अंधा मन हमेशा आपको जरूरी कामों को करने से रोक देता है ।(12 ) श्री कृष्ण कहते है कि मन से सोचे कार्यों को मुंह से बाहरमत निकालो जिस प्रकार किसी गुप्त मंत्र कि रक्षा करते है, उसी प्रकारअपने बड़े लक्ष्य को मन मे रखकर उसकी रक्षा करोगुप्त रहकर उस काम को करो और तभी बोलो जब काम पूरा हो जाएक्योंकि आधिकतर लोग अपनी तकलीफ से दुखी नहीं है, जितना दूसरों कितरक्की देखकर दुखी है(13) श्री कृष्ण कहते है कि जब भी कोई बड़ी बात बड़े लक्ष्य की हो ।केवल उन बातों को उन लोगों से बांटे जो उस बातों को अपनेभीतर बचाकर रखने का हौसला रखते हो यदि कभीआर्थिक स्थिति कमजोर हो जाए यदि कभी बड़ा नुकसान हो जाए यदि कभी सब कुछचोरों हो जाए उस बात को अपने अंदर बचाकर रख लेनाअपनी कमजोर आर्थिक स्थिति की जानकारी अपने मित्रों को यारिश्तेदारों को मत देना सहानुभूति पाने के लिए चार आँसू मतगिरना क्योंकि याद रखे अंदर भले ही काम हो लेकिन बाहर पूरा दम हो क्योंकि यदि लोगोंको पता चल जाएगा कि आपके पास पैसों कि कमी हैआर्थिक स्थिति कि दिक्कत है वह अपना पैसा आपके व्यवहार से निकाल लेंगेसमय से पहले आप खत्म हो जाएंगे क्योंकि ए प्रकृति का नियम हैजिसके पास पैसा है उसे ही पैसा मिलता है और पैसा पाने के लिए पैसादिखना पड़ता है ।(14 ) श्री कृष्ण कहते है कि एक बात हमेशा यादरखे पहले तो किसी मित्र पर विश्वास ना करे यदि आपके आसपास ऐसे कोई लोगहै जिनकी जीवन शैली लगातार नकारात्मक कार्यों में लिप्त हैवो कितने भी गरीब दोस्त क्यों ना हो आज नहीं तो कल आपको नुकसानजरूर पहुचाएंगे(15 ) श्री कृष्ण कहते है कि आपकी जिंदगी में कुछ नहीं बदलेगा जब तक आपखुद को नहीं बादलों गे मुंह पर सच बोल देने और गुस्सा कर लेने वाले लोगउन लोगों से करोड़ों गुना बेहतर है जो आपके सामने कुछ और है औरपीठ पीछे कुछ और है ।(16) कौवा कोयल कि आवाज को दवा सकता है, मगर खुद कि आवाज मधुर नहीं कर सकताउसी तरह नींदा करने वाले व्यक्ति सज्जन को बदनाम कर सकता है मगर खुद को सज्जन नहींबना सकता ।(17 ) श्री कृष्ण कहते है कि अगर अकेलापन है तो उसे एक वरदान समझे क्योंकि परमात्माने तुम्हें खुद में सुधार लाने का थोड़ा आधिक समय दे दिया हैअकेले रहने का आनंद लेना सीखेक्योंकि कोई भी आपके साथ हमेसा के लिए साथ नहीं रहेगा ।(18 ) श्री कृष्ण कहते है कि कामयाब इंसान खुश रहे या ना रहे,खुश रहने वाला इंसान कामयाब जरूर हो जाता है ।(19 ) श्री कृष्ण कहते है कि उन्हे छोड़ देना उचित है जो आपके होनेका मूल्य नहीं जानते यदि जगत में प्रत्येक काम मनुष्य द्वारा संभव होता तोमेरा अस्तित्व ही नहीं होता जहां से तुम्हारे रत्नों का अंत होता है वही से मेराअर्थात ईश्वर का कार्य प्रारंभ होता है ।(20 ) श्री कृष्ण कहते है कि बच्चा क्या खाएगा क्या पिएगाक्या पहने इसका ध्यान बच्चा नहीं उसकी माँ रखती हैहमे क्या देना है और क्या नहीं देना है स्वयं भगवानदेखते है'bhagavad gita quotes in hindi'
(21 ) श्री कृष्ण कहते है कि मन एक सेवक सुंदर सेवक और खतरनाक सवामी हैजीवन मनुष्य के जीवन केवल उसके कर्म पर चलता है, जैसे कर्म होते हैवैसे ही उसका जीवन होता है ।(22 ) खो कर पाने का अलग मजा है,रो-रोकर हंसने का मजा ही कुछ और है हारना तो जिंदगी काहिस्सा होता है लेकिन हारने के बाद जीतने का मजा ही कुछ और होता है ।(23 )अच्छा बनने के लिए किसी का नकल करने का जरूरत नहींखुद इतना अच्छा बनो कि लोग आपकी नकल करने लगे।(24 ) अगर कोई आपसे मांगे तो दे दिया करो क्योंकि भगवान नेआपको देने वालों में रखा है मांगने वालों ने नहीं, अच्छे वक्त को देखनेके लिए बुरे वक्त को झेलना पड़ता है,(25 )सेवा सबकी करो लेकिन आशा किसीका मत रखो क्योंकि सेवा का असली मूल्य भगवान ही देता है हमेशा अपनीनजर उस चीज पर रखे जिसे तुम पाना चाहते हो, उस पर नहीं जिसे तुम खो चुके हो ।(26)अन्न और जल से बढ़कर कोई दान नहीं और माता - पिता से बढ़कर कोईदेवता नहीं(27 )जिंदगी का सबसे बड़ा गुरु मंत्र यही है अपने राज किसी को ना बताए जरूरत से ज्यादा इज्जतऔर समय देने पर लोग आपको गिरा हुआ समझने लगते है।(28 ) कभी पीठ पीछे आपकी बात हो रही हो तो घबराना मत क्योंकिबात उन्ही कि होती है जिनमे कोई बात होती है,(29 )याद रखना सफलता कभी मागने से नहीं मिलती, मांगने से केवलभीख मिलती है।(30) सफलता पाने के लिए तुम्हें खुद मेहनत करनी पड़गीछोटी- छोटी गलतियों से बचने का प्रयास करो क्योंकि इंसान ठोकरे पहाड़ों से नहीं बल्किछोटी-छोटी पत्थरों से खाता है ।'bhagvad gita motivational quotes in hindi'
(31) अपनी गलती माने बिना आप कभी भी बेहतर इंसान नहीं बनपाओगे ।(32 ) देना शुरू कर दो आना खुद ही शुरू हो जाएगाइज्जत भी और दौलत भी ।(33) अहंकार में डूबे इंसान को ना तो खुद की गलतिया दिखाई देती है,और ना ही दूसरों कि अच्छाई दिखाई देती है ।(34 ) जीवन मे जितना कठिन परिस्थितिया आएगी उतनाही आप मजबूत बनते जाओगे और जितना आप मजबूत बनते जाओगेजिंदगी उतनि ही आसान होती जाएगी यही जिंदगी का नियम है ।(35) याद रखना आपमान का बदला लड़ाई करके नहींसामने वाले से अधिक सफल होकर लिया जा सकता है ।'bhagvad gita best quotes in hindi'
(36)अगर बुरा करने का ख्याल याए तो उसे कल पर टाले,और अच्छा करने का ख्याल आए तो उसे आज जी कर डालो ।(37) साथ रहकर कोई छल करे तो उससे बड़ा कोई शत्रु नहींहो सकता, और जो हमारे मुंह पर हमारे बुराई बात दे उससेबड़ा कोई मित्र नहीं हो सकता।(38)याद रहे साफ - साफ बोलने वाला कड़वा जरूर होता है,मगर विश्वास धाती नहीं(39) त्याग दो अपने बुरे कल को क्योंकि उसकाप्रभाव आने वाले कल को दूषित कर देगा।(40) जिंदगी जीने के दो तरीके हैं एक तो जो पसंद हैउसे हासिल करो और दूसरा जो हासिल हैउसे तुम पसंद करना सिख लो ।bhagvad gita quotes for student'(41) चीजों कि कीमत मिलने से पहले होती है,और इंसान कि कीमत खो देने के बाद मुफ़्त में तो सिर्फमा - बाप का ऊपर मिलता है, बाकी इस दुनियामे हर रिश्ते के लिए कुछ ना कुछ चुकाना पड़ता ।(42) बेइज्जती का जवाब इतनीइज्जत से दीजिए कि सामने वाला भी शर्मिंदा हो जाए ।(43) आप जब तक अपनी कठिनाइयों औरसमस्याओ का जिम्मेदार दूसरों को मानते रहोगेतब तक कभी भी आप अपनी समस्या और कठिनाइयों को नहीं मिटा सकते ।(44) जितना ज्यादा हो सके सुनो और जितना हो सके उतना काम बोलोइस लिए शयद भगवान ने हमे दो कान और एक ही मुंह दिया है ।(45) माफ बार-बार कीजिए लेकिन बिश्वस सिर्फ एक बार कीजिए,(46)जिंदगी में कभी भी किसी को इतना महत्व मत दो कि वहतुम्हारे चेहरे से मुस्कान ही छिन ले ।(47) अपने जीवन कि समस्याएं किसी के साथसाझा मत कीजिए क्योंकि 80% लोगों को उससे कोई फर्क नहीं पड़ताबाकी 20% लोग खुश होंगे कि आपके जीवन में यह समस्यएं है ।(48) कामयाबी तो सिर्फ वही हासिल करता है जो वक्त औरहालातों पर रोया नहीं करते ।(49) कुछ भी स्थाई नहीं है अपने आप को अधिकतनाव ना दे क्योंकि स्थिति चाहे कितनी भी खराब हो यह बदलजाएगी वक्त के साथ-साथ बहुत कुछ बदल जाता है, लोग भी, रास्ते भी, एहसास भी औरकभी हम खुद भी ।(50) जहा लगे की हमारी वजह से दूसरों कोतकलीफ हो रही है वहा से हट जाना बेहतर है गलतियों में वहताकत होती है जो आपको पहले से बेहतर बना सके छल कपट और पापउतना ही करना जितना आप भुगत सको, क्योंकि कुदरत किसीको नहीं छोड़ता सबका हिसाब जमीन पर ही होता है ।(51) अगर आपका कोई दुश्मन नहीं है तो इसका मतलबआप उन जगहों पर भी खामोस थे जहा सत्यबोलना बहुत जरूरी था
निष्कर्ष:- भगवत गीता से हमें यह सीख मिलता है कि हमें अपने कर्तव्यों को बिना फल की इच्छा किए करना चाहिए। कर्म करना हमारा अधिकार है परंतु उसके रिजल्ट पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं ।