karak ka bhed' कारक भेद कितने है, या कारक का प्रकार कितने है, इसे इंग्लिश में Case कहते है ।
karak ke bhed |
हिन्दी व्याकरण मे कारक का मुख्य 8 भेद है ।
- कर्ता कारक
- कर्म कारक
- करण कारक
- सम्प्रदान कारक
- सम्बन्ध कारक
- अधिकरण कारक
- सम्बोधन कारक
- अपादान कारक
(1) कर्ता कारक ( ने ) ' karta karak'
संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से काम करने का बोध हो उसे कर्ता कारक कहते है ।
जैसे :-
- रामू ने खाना खा लिया ।
- रोहित ने किताब पढ़ लिया ।
- बिक्रम क्रिकेट खेलेगा ।
- चंदन क्रिकेट खेलेगा ।
- राहुल ने पत्र लिखा ।
(2) कर्म कारक ( को ) ' karma karak'
संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से कार्य का परभव फल पड़ता है उसे कर्म कारक कहते है ।
जैसे :-
- राकेश ने राहुल को पत्र लिखा ।
- राजू लोगों को मदत करता है ।
- रवि पेड़ों को पानी देता है ।
- पुलिश ने अपराधियों को पीटा ।
- उसने अनुज को पढ़ाया ।
- राजू ने रोहित को पीटा ।
(3) करण कारक ( से, के द्वारा ) ' karan karak'
जिस संज्ञा या सर्वनाम के जिस शब्द से काम करने का साधन का पट चलता है उसे करण कारक कहते है
जैसे :-
- बिकाश ने मारकार से लिखा ।
- सोहन पेन से लिखता है ।
- जगदीश ने चकू से सब्जी काटा ।
- राजू ऐरोप्लान के द्वारा चला गया ।
(4 ) सम्प्रदान कारक ( को, के लिए ) ' sampradan karak'
जिस संज्ञा या सर्वनाम के रूप से किसे को कुछ देने या किसी के लिए कुछ करना तो उसे संप्रदान कारक कहते कहते है ।
जैसे:-
- राजू मोहन के लिए काम करता है ।
- माँ सूरज के लिए खाना बनती है ।
- राजेस बिकरन्त के बाल लता है ।
- रमेश भिखारी को पैसा देता है
(5 )सम्बन्ध कारक ( का, के, की ) ' sambandh karak'
संज्ञा या सर्वनाम के जिस शब्द से वस्तु का दूसरी वस्तु का सम्बन्ध पता चलता हो उसे सम्बन्ध कारक कहते है
जैसे :-
- रोहन का मोबाइल है ।
- रोहन मोहन का भाई है ।
- मोहन का घर है
- राहुल का भाई राकेश है ।
- सुनील का घर बहुत दूर है ।
(6) अधिकरण कारक (में, पर, ) 'adhikran karak'
संज्ञा के जिस रूप से क्रिया के रूप से क्रिया के आधार का पता चले उसे अधिकरण कारक कहते है ।
जैसे :-
- बच्चे स्कूल मे बैठे है ।
- बगीचे मे फूल कहिले है ।
- खेतों मे मक्का लगा है ।
- पेड़ पर कोयल बैठी है ।
- राजू खेत मे काम कर रहा है ।
(7) सम्बोधन कारक ( बुलाना, सचेत, ) 'sambodhan karak'
संज्ञा के जिस शब्द से किसी को बुलाने या सावधनी काने का बोध हो उसे सम्बोधन कारक कहते है ।
जैसे :-
- राजू को मत मारो ।
- अरे भैया !क्या हुआ ?
- हे भगवान ! दया करो !
- सावधान आगे मोड है !
- खबरदार !
(8) अपादान कारक ( से,) apadan karak'
जिस शब्द से किसी वस्तु का अलग होने का बोध हो उसे अपादान कारक कहते है ।
जैसे :-
- पेड़ से फल गिरते है ।
- हिमलय से गंगा निकलती है ।
- लड़की छत से गिरा ।
- आसमान से पानी की बुँदे जिरते है ।
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