एक राजा था । उसका दो बेटे थे
राज्य ने भी बात मन लिए
तो राजा ने मना कर देते थे। लेकिन सभी लोगो की बार - बार बोले जाने पर राजा भी मना नहीं कर पाए और राजा भी सोचे की घर का सारा काम संभाल लेगी रानी यही सब बातों को सोच कर राजा ने साड़ी के लिए राजि हो गए ।
तब राजा के लिए एक रानी सेट की गई धूम धाम से सादी कर दी गयी । और उसके बाद राजा का जो दो राजकुमार थे एक नाम था सित और दूसरे का नाम था बसित राजा दोनों राजकुमारों को पसंद नहीं कति थी उसकी सोतेली मा एक दिन दोनों राजकुमारों ने गुलीडाँड़ा खेल रहे थे । और उसकी मा कुछ दूरी से होकर जा रही थी , छोटे भाई ने गुली मारी और सोतेली मा के पास या गिरा ।
और उनको लगा भी नहीं , वह पर तो कुछ नहीं बोली महल मे आई और बीमार होने की बाह्यना कर दी । उसके बाद जब राजा साहब जब महल मे आए तो रानी का हाल देख कर राजा परेशान हो गए । और राजा ने पूछा की किया हुआ तो रानी ने राजा को बोल दी के राजकुमारों ने गुलीडंडा से यस मार की मे
उठा नहीं पा रही हूँ । और एस लग रहा है की अब मे बच नहीं सकूँगी । राजा जी कुछ कीजिए । राजा ने तुरंत डॉक्टर को बुलवये और देखाये । ठीक होने नाम नहीं हो रहा । तब राजा ने दूसरे राज्य से डॉक्टर को बुवाये तब भी ठीक होने का नाम नहीं हो रहा था
ओझा से भी देखा रहे थे । फिर भी ठीक नहीं हुवी , राजा का हाल बेहाल हो गया । तब रानी ने बोली की दोनों राज कुमारो को कालेज मे बेठ कर नहानगे तब ठीक होंगे । राजा ने बहुत सोच बिचार की और दोनों राजकुमारों को मार कर दोनों का कालेज लाने का डोम को आदेस दे दी ।
और दोनों राज कुमारो को ठग कर ले गए ओ दोनों डोम । और दोनों डोम सोचने लगे की इन दोनों राज कुमारो की मा रहती थी तो हम लोगों को खाने के लिए देती थी । आज इन दोनों की मा नहीं है , तो केसे मार दे , तब उन दोनों राज कुमारो को पूछा की हमलोग तुमलोगों को कियो लाए है पता है , तो राज कुमारो ने बोल के नहीं , तब डोमो ने बताया की हमलोगों को हम दोनों को मरने को बोला गया है, और तुम दोनों का कालेज लाने का आदेश मिल है ,
सो हमलोग सोच रहे है , की तुमलोगों की मा जब जींद थी ना बाबू तब हम लोगों को खाने को देती थी । सो हम लोग सोच रहे है हम तुम्हें ना मारे लेकिन एक शर्त है , हम तुम्हें छोड़ देंगे लेकिन तुम दोनों को कभी घर नहीं जाना पड़ेगा ।
तब दोनों राज कुमारो ने मान गए , उसके बाद उन दोनों डोमो के के साथ दो कुता आया था और उन दोनों कुता को मार कर उन दोनों का कालेज निकाल दिए
एक राजा था । उसका दो बेटे थे ,
एक दिन किसे कारण वस उस राजा का पत्नी मर गयी , अब राजा को घर चलाने मे थोड़ी दिकत आने लागि दोनों बच्चों का जो पालन पोषण करने मे थोड़ी परेसनी होने लगी । राज्य का सभी लोग राजा को बोलने लगे की राजा साहब अब आप शादी कर लीजिए । तो राजा ने मना कर देते थे। लेकिन सभी लोगो की बार - बार बोले जाने पर राजा भी मना नहीं कर पाए और राजा भी सोचे की घर का सारा काम संभाल लेगी रानी यही सब बातों को सोच कर राजा ने सादी के लिए राजि हो गए । तब राजा के लिए एक रानी सेट की गई धूम धाम से सादी कर दी गयी । और उसके बाद राजा का जो दो राजकुमार थे एक नाम था सित और दूसरे का नाम था बसित राजा दोनों राजकुमारों को पसंद नहीं कति थी उसकी सोतेली मा एक दिन दोनों राजकुमारों ने गुलीडाँड़ा खेल रहे थे । और उसकी मा कुछ दूरी से होकर जा रही थी , छोटे भाई ने गुली मारी और सोतेली मा के पास या गिरा ।
और उनको लगा भी नहीं , वह पर तो कुछ नहीं बोली महल मे आई और बीमार होने की बाह्यना कर दी । उसके बाद जब राजा साहब जब महल मे आए तो रानी का हाल देख कर राजा परेशान हो गए । और राजा ने पूछा की किया हुआ तो रानी ने राजा को बोल दी के राजकुमारों ने गुलीडंडा से यस मार की मे
उठा नहीं पा रही हूँ । और एस लग रहा है की अब मे बच नहीं सकूँगी । राजा जी कुछ कीजिए । राजा ने तुरंत डॉक्टर को बुलवये और देखाये । ठीक होने नाम नहीं हो रहा । तब राजा ने दूसरे राज्य से डॉक्टर को बुवाये तब भी ठीक होने का नाम नहीं हो रहा था
ओझा से भी देखा रहे थे । फिर भी ठीक नहीं हुवी , राजा का हाल बेहाल हो गया । तब रानी ने बोली की दोनों राज कुमारो को कालेज मे बेठ कर नहानगे तब ठीक होंगे । राजा ने बहुत सोच बिचार की और दोनों राजकुमारों को मार कर दोनों का कालेज लाने का डोम को आदेस दे दी ।
और दोनों राज कुमारो को ठग कर ले गए ओ दोनों डोम । और दोनों डोम सोचने लगे की इन दोनों राज कुमारो की मा रहती थी तो हम लोगों को खाने के लिए देती थी । आज इन दोनों की मा नहीं है , तो केसे मार दे , तब उन दोनों राज कुमारो को पूछा की हमलोग तुमलोगों को कियो लाए है पता है , तो राज कुमारो ने बोल के नहीं , तब डोमो ने बताया की हमलोगों को हम दोनों को मरने को बोला गया है, और तुम दोनों का कालेज लाने का आदेश मिल है ,
सो हमलोग सोच रहे है , की तुमलोगों की मा जब जींद थी ना बाबू तब हम लोगों को खाने को देती थी । सो हम लोग सोच रहे है हम तुम्हें ना मारे लेकिन एक शर्त है , हम तुम्हें छोड़ देंगे लेकिन तुम दोनों को कभी घर नहीं जाना पड़ेगा ।
तब दोनों राज कुमारो ने मान गए , उसके बाद उन दोनों डोमो के साथ जो दो कुता आये थे उन दोनों कुता को मार कर उन दोनों कुता का कालेज निकाल दिए । और उन दोनों राज कुमारो को समझा दिया की ये कुता का कालेज जा कर में राजा जी को दूंगा तुम लोग किसी दूसरे राज्य चले जाओ ।
इतना बोल कर उन दोनों राज कुमारो को ओ तलवार दे दिया जिस तलवार से ओ दोनों कुतो को मार था । और कुछ खाने के लिए रोटी दे दी । उसके बाद उन दोनों डोमो ने ओ कुता का कालेज ले कर चल दिए । राजा के दरवार और राजा को बोल दिए की उन दोनों को मार कर कलेजा ले आए ।
राजा ने कलेजा ले कर रानी को दे दिए । रानी ने उन दोनों कालेज पर बैठ कर आसनन की और वह पहले के जेसी रहने लगी आराम से खाने पीने लगी । खुशी से रहने लगी ।
अब उन दोनों राज कुमारो ने वहा से चल दिए
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